
हरियाणा पुलिस के भीतर हाल ही में दो बड़ी घटनाओं ने सभी को चौंका दिया। 7 अक्टूबर को IPS वाई पूरन कुमार का शव उनके चंडीगढ़ स्थित आवास से मिला। कथित सुसाइड नोट में उन्होंने ट्रांसफर, करियर और जातिवाद से जुड़ी समस्याओं की बात की थी।
इसके कुछ दिन बाद, 14 अक्टूबर को ASI संदीप लाठर ने भी कथित आत्महत्या कर ली। आरोप है कि उन्होंने वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार और जातिवादी व्यवहार का आरोप लगाया था।
DGP ओपी सिंह की दो टूक: “मनोबल नहीं टूटा है”
इन दोनों मौतों के बाद मीडिया और सोशल मीडिया पर हरियाणा पुलिस के मनोबल पर सवाल उठने लगे। लेकिन हरियाणा के नए DGP ओपी सिंह ने इन अटकलों को सिरे से खारिज किया।
उन्होंने साफ कहा, “आज दो दुनिया हैं — एक सोशल मीडिया और एक असली दुनिया। असली दुनिया में कोई दिक्कत नहीं है। जो कुछ हो रहा था, वो सोशल मीडिया पर था।”
“क्या हमारे पास विकल्प है कि हम मनोबल तोड़कर बैठ जाएं?”
डीजीपी ने पुलिस फोर्स की जमीनी हकीकत पर भरोसा जताते हुए कहा, “हमें दुख है कि दो साथी नहीं रहे। लेकिन पुलिस बल की लड़ाई चलती रहती है। मनोबल टूटने का सवाल ही नहीं उठता।”

“सोशल मीडिया का अपना व्यापार है”
ओपी सिंह ने सोशल मीडिया को निशाने पर लेते हुए कहा कि वहां डर और भ्रम का माहौल फैलाया जाता है:
“वे लोगों को डराते हैं ताकि लोग देखते रहें। देखने से ही उन्हें तवज्जो मिलती है।”
“तेल लो या टैरिफ भरो!” ट्रंप बोले– मोदी ने वादा किया था, अब झूठ बोल रहे!

 
			 
                             
                            